महतारी वंदन योजना को लेकर महिलाओं में उत्साह, पहले दिन 1 लाख 81 हजार से अधिक महिलाओं ने भरा फार्म, देखिए किस जिलेवार आंकड़े
– मोदी की गारंटी अंतर्गत महिला सशक्तीकरण के लिए विष्णु देव साय सरकार द्वारा उठाये गये सबसे बड़े कदम का लाभ लेने पहले ही दिन उमड़ी महिलाओं की भीड़*एल
– सविता साहू ने कहा कि जिस तरह भाई तीज की राशि देते हैं उसी तरह मुख्यमंत्री श्री साय ने दी महतारी वंदन की राशि
महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आरंभ की गई महतारी वंदन योजना का लाभ लेने पहले ही दिन 1 लाख 81 हजार से अधिक महिलाओं ने आवेदन किया। योजना के माध्यम से मिलने वाली आर्थिक मद्द को लेकर महिलाओं में भारी उत्साह दिखाई देने लगा है। आज रायपुर जिले में 13 हजार से अधिक आवेदन आये वहीं सुकमा जैसे प्रदेश के जनजातीय इलाकों में भी पहले ही दिन 1592 महिलाओं ने आवेदन भरा।
महिलाओं को आवेदन भरने में किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए पुख्ता तैयारियां जिला प्रशासन द्वारा कराई गई थीं। सभी जिलों में कलेक्टरों ने अधिकारियों की बैठक ली थी और निर्देशित किया था कि न्यूनतम समय में आवेदन लेने का काम पूरा किया जाए। प्रक्रिया में अधिक समय न लगे इसके लिए प्रशासन ने पात्रता संबंधी नियमों को बताने के लिए भी कर्मचारी नियुक्त किये थे। साथ ही इसके लिए आवेदन के वक्त लगने वाले जरूरी दस्तावेज बताने के लिए भी कर्मचारी तैनात किए गए है, ताकि आवेदक का आवेदन विधिवत पूरा हो जाए और स्क्रूटनी में किसी तरह की दिक्कत न आये।
प्रदेश में हर तरफ महतारी वंदन का माहौल है। धमतरी में रुद्री निवासी लोमेश्वरी ओझा जब फार्म भरने आई तो उन्होंने कहा कि मेरी छोटी-छोटी खुशियां इस राशि से पूरी होगी। मैं अपने बच्चों के लिए भी राशि खर्च कर सकूंगी। रायपुर की सविता साहू ने बताया कि तीज-त्यौहार में उन्हें, मायके से जो भेंट मिलती है, उसको वह मनचाहा खर्च करती हैं। ऐसे में मुझे मुख्यमंत्री श्री साय भी भाई की तरह लग रहे हैं, जो हर महीने तीज की राशि हजार रुपए देंगे।
कसडोल विकासखंड के बल्दाकछार के विशेष पिछड़ी जनजाति की तीजबाई कमार ने कहा कि आज मैं आंगनबाड़ी केंद्र पहुंची। आवेदन जमा कर दिया है। मैं मजदूरी भी करती हूँ और अब महतारी वंदन का पैसा भी मुझे मिलेगा। हम सब महिलाएं बहुत खुश हैं और सरकार को धन्यवाद देती हैं।
इन जिलों से आये इतने आवेदन- आज महतारी वंदन योजना के लिए बालोद से 3226, बलौदाबाजार से 523, बलरामपुर से 783, बस्तर से 12503, बेमेतरा से 3863, बीजापुर से 710, बिलासपुर से 9329, दंतेवाड़ा से 3980, धमतरी से 3682, दुर्ग से 13997, गरियाबंद से 3723, जांजगीर से 20186, जशपुर से 5367, कांकेर से 2441, कवर्धा से 5796, कोंडागांव से 6836, कोरबा से 5101, कोरिया से 2035, महासमुंद से 7040, मुंगेली से 3263, नारायणपुर से 406, रायगढ़ से 1530, रायपुर से 13155, राजनांदगांव से 8403, सरगुजा से 1089, सुकमा से 1592, सूरजपुर से 13588, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही से 4605, सक्ती से 1885, खैरगढ़-छुईखदान-गण्डई से 1552, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी में 955, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 1654, सारंगढ़-बिलाईगढ़ से 16656 आवेदन भरे गये।